मोहनीश पब्बराई: एक मूल्य निवेशक की प्रेरणादायक यात्रा
मोहनीश पब्बराई:
प्रारंभिक
जीवन और शिक्षा:
मोहनीश
पब्बराई का जन्म 12 जून
1964 को मुंबई, भारत में हुआ
था। उनके पिता ने
15 विभिन्न कंपनियों की स्थापना, दिवालियापन
या बिक्री में भाग लिया
था, जबकि उनके दादा
मशहूर जादूगर गोगिया पाशा के नाम
से प्रसिद्ध थे। पब्बराई ने
अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई में प्राप्त की
और फिर 1986 में भारतीय प्रौद्योगिकी
संस्थान (IIT) बॉम्बे से मैकेनिकल इंजीनियरिंग
में स्नातक की डिग्री प्राप्त
की। IIT में रहते हुए,
उन्होंने निवेश और वित्त में
गहरी रुचि विकसित की,
जो उनके भविष्य के
करियर की नींव बनी।
व्यवसायिक
यात्रा और उद्यमिता:
IIT से
स्नातक होने के बाद,
पब्बराई ने Tellabs में 1986 से 1991 तक काम किया,
जहां उन्होंने उच्च गति डेटा
नेटवर्किंग समूह में कार्य
किया और फिर 1989 में
इसकी अंतरराष्ट्रीय सहायक कंपनी में अंतरराष्ट्रीय विपणन
और बिक्री में योगदान दिया।
1991 में, उन्होंने TransTech, Inc. की स्थापना की,
जो एक IT कंसल्टिंग और सिस्टम इंटीग्रेशन
कंपनी थी। उन्होंने लगभग
$30,000 की अपनी 401(k) राशि और $70,000 का
क्रेडिट कार्ड ऋण लेकर इस
कंपनी की शुरुआत की।
2000 में, उन्होंने TransTech को $20 मिलियन में Kurt Salmon Associates को बेच दिया।
मोहनीश पब्बराई: एक मूल्य निवेशक की प्रेरणादायक यात्रा#Mohnish Pabrai: A Comprehensive Exploration of the Life and Investments of a Value Investor
मूल्य
निवेश में संक्रमण:
TransTech को
बेचने के बाद, पब्बराई
ने वारेन बफे के निवेश
सिद्धांतों से प्रेरित होकर
मूल्य निवेश में कदम रखा।
उन्होंने बफे की वार्षिक
पत्रिकाओं और निवेश पत्रों
का अध्ययन किया और 1999 में
Pabrai Investment Funds की
स्थापना की, जो एक
मूल्य-आधारित निवेश फर्म है। इस
फर्म का उद्देश्य उन
कंपनियों में निवेश करना
था जो आंतरिक मूल्य
से कम मूल्य पर
उपलब्ध थीं।
निवेश
दर्शन और रणनीति:
पब्बराई
की निवेश रणनीति वारेन बफे के सिद्धांतों
पर आधारित है, जिसमें "मूल्य
से कम कीमत पर
महान कंपनियों को खरीदना" शामिल
है। वे उन कंपनियों
की तलाश करते हैं
जिनके पास मजबूत प्रतिस्पर्धात्मक
लाभ, सक्षम प्रबंधन और आकर्षक विकास
संभावनाएं हों। उनकी रणनीति
में गहरी मौलिक विश्लेषण,
धैर्य और दीर्घकालिक दृष्टिकोण
पर जोर दिया गया
है।
दान
और समाजसेवा:
पब्बराई
दान और समाजसेवा में
भी सक्रिय हैं। उन्होंने 2005 में
अपनी पत्नी हारिना कपूर के साथ
Dakshana Foundation की
स्थापना की, जिसका उद्देश्य
भारत में गरीब लेकिन
मेधावी छात्रों को IIT और मेडिकल कॉलेजों
में प्रवेश परीक्षा की तैयारी के
लिए कोचिंग प्रदान करना है। वे
The Giving Pledge के हस्ताक्षरकर्ता भी हैं, जो
दुनिया के सबसे अमीर
व्यक्तियों द्वारा अपनी संपत्ति का
अधिकांश हिस्सा चैरिटी में दान करने
की प्रतिबद्धता है।
लेखन
और विचार नेतृत्व:
पब्बराई
ने निवेश पर "The Dhandho
Investor" और
"Mosaic: Perspectives on Investing" जैसी
पुस्तकें लिखी हैं, जो
उनके निवेश दर्शन को दर्शाती हैं।
वे निवेश सम्मेलनों और विश्वविद्यालयों में
अतिथि वक्ता के रूप में
भी सक्रिय रहते हैं, जहां
वे अपने अनुभव और
ज्ञान को साझा करते
हैं।
विरासत
और प्रभाव:
मोहनीश
पब्बराई की यात्रा यह
दर्शाती है कि धैर्य,
निरंतर अध्ययन और सही दिशा
में निवेश से वित्तीय सफलता
प्राप्त की जा सकती
है। उनकी मूल्य निवेश
की रणनीति और समाजसेवा के
प्रयासों ने उन्हें एक
प्रेरणास्त्रोत बना दिया है।
उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों
के लिए मार्गदर्शन का
स्रोत बनी रहेगी।
नोट:
मोहनीश पब्बराई की व्यक्तिगत जीवन
और निवेश रणनीतियों के बारे में
अधिक जानकारी के लिए, आप
उनकी आधिकारिक वेबसाइट या उनके द्वारा
लिखी गई पुस्तकों का
अध्ययन कर सकते हैं।
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