घनश्याम यादव: संघर्ष से सफलता तक शेयर बाजार की कहानी
घनश्याम यादव:
नम्र शुरुआत
कोई जिसकी जेब खाली हो लेकिन हौसला बड़ा हो, कोई जिसका घर छप्पर से हो पर महलों का ख्वाब हो, कोई जो भूखा सो जाता हो फिर भी मेहनत करता हो - ऐसी कहानी है घनश्याम यादव की। 30 सितंबर
1986 को उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में जन्मे घनश्याम की प्रारंभिक जिंदगी मध्यम वर्गीय परिवार की आर्थिक चुनौतियों से भरी थी। उनके पिता खेती करते थे लेकिन परिवार के खर्च पूरे करना मुश्किल था। इसी संघर्ष के दिन उनके लिए जीवन की कई सीख लेकर आए।
सपनों के शहर में संघर्ष
2006 में उच्च शिक्षा के लिए मुंबई आए घनश्याम। शादीशुदा थे, पर गरीबी, मुंबई के बाढ़ जैसे कठिन हालात ने उनकी उम्मीदों को परखा। परिवार की जिम्मेदारियां और स्वप्नों की चाह ने उन्हें निराशा को पीछे छोड़ मेहनत करने पर मजबूर किया। कॉलेज में दाखिला लिया और IT के
क्षेत्र में बी.टेक किया। दोस्तों की मदद से आर्थिक मुश्किलों को पार किया। पोस्टर लगाकर और छोटे-मोटे काम करके पैसे कमाने लगे, शर्म को दरकिनार कर कड़ी मेहनत शुरू की।
ट्रेडिंग से परिचय
एक दोस्त के पिता के स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग को देखकर घनश्याम का मन भी उत्सुक हो उठा। कुछ सप्ताह में उन्होंने ट्रेडिंग सीखनी शुरू की और 5000 रुपए
से शुरुआत की। शुरुआती दो दिनों में पैसे गंवा दिए पर हार न मानी। पार्ट टाइम वॉचमैन का काम किया और एक IT कंपनी
में नौकरी करते हुए ट्रेडिंग जारी रखी। शुरुआती सालों में लगातार नुकसान हुआ पर अनुभव मिला और धीरे-धीरे रणनीति बनाई।
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फुल-टाइम ट्रेडिंग की ओर
जैसे-जैसे ट्रेडिंग में मुनाफा होने लगा, उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी। पर फुल-टाइम ट्रेडिंग में शुरुआती तीन महीने भारी नुकसान हुआ। अपनी पत्नी के आभूषण बेच कर पैसे जुटाए और गहराई से ट्रेडिंग पढ़ाई। अब वे समझ गए थे कि अधिक ट्रेडिंग से नुकसान होता है। जोखिम प्रबंधन और भावनाओं पर नियंत्रण सीख कर ट्रेडिंग में सुधार किया। 50 हजार
से फिर शुरू कर एक महीने में पहली बार 2000 रुपए
का लाभ हुआ। अपनी यूट्यूब चैनल "Ghanshyam Tech" और "Art of Learning" के
जरिए ज्ञान बांटते हैं, जिनके लाखों फॉलोअर्स हैं।
ट्रेडिंग में सफलता और सीख
आज घनश्याम दिन में करोड़ों का मुनाफा कमाने लगे हैं। उनका मानना है कि सही मानसिकता, जोखिम प्रबंधन और पाइपलाइन वाली आय के बिना ट्रेडिंग में सफलता मुश्किल है। नुकसान होने पर स्टॉप लॉस का सम्मान करें और बढ़ती लालच से बचें। कर्ज लेकर निवेश करना गलत है। वे कहते हैं, "ट्रेडिंग
को जुआ समझना गलत है, यह ज्ञान और नियंत्रण की कला है। जो लोग अपनी लालच और भावनाओं को नियंत्रित कर सकते हैं, वे कामयाब होते हैं।"
सफलता का संसार
धैर्य, मेहनत और सीख के दम पर घनश्याम यादव ने न केवल अपने जीवन को बदला बल्कि अनगिनत लोगों के लिए प्रेरणा बने। उनका मासिक आमदनी करोड़ों में है और उनकी नेट वर्थ लगभग ₹120 करोड़
आंकी जाती है। उनकी कहानी बताती है कि सही सोच और लगातार मेहनत से असंभव सपने भी सच हो सकते हैं।
